सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश का एक प्रमुख मंदिर है, जो मुंबई में स्थित है। मान्यता है कि गणेश जी की उन प्रतिमाओं में जिनकी सूंड दाहिनी तरफ मुड़ी होती है, वे सिद्धि प्रदान करने वाली होती हैं। जो भी भक्त अपनी मुराद लेकर इस मंदिर में आता है, वह खाली हाथ नहीं लौटता। इसी वजह से इस मंदिर को सिद्धिविनायक मंदिर के नाम से जाना जाता है।
सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान गणेश की चार भुजाओं वाली प्रतिमा है। उनकी ऊपर की दोनों भुजाओं में से एक में कमल और दूसरे में अंकुश है, जबकि नीचे की भुजाओं में एक में मोतियों की माला और दूसरे में लड्डू है। इसके अलावा, गणेश जी की दोनों तरफ रिद्धि और सिद्धि विराजमान हैं।
यह मंदिर भारत के सबसे अधिक अमीर मंदिरों में से एक है। सिद्धिविनायक मंदिर में हर साल लगभग 15 से 20 करोड़ रुपये का चढ़ावा आता है और इसकी वार्षिक आय लगभग 50 करोड़ रुपये है।
मंदिर की जानकारी | Mandir Ki Jankari
सिद्धिविनायक मंदिर सप्ताह के सातों दिन खुला रहता है और यहां भक्तों को दर्शन के लिए लंबी लाइनों और भीड़ का सामना करना पड़ता है। इस मंदिर में दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता, परंतु वीआईपी दर्शन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर बुकिंग करनी पड़ती है और इसके लिए शुल्क देय होता है।
इतिहास | History
मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर का निर्माण 19 नवंबर 1801 में विट्ठू और देउबाई जी ने करवाया था। देउबाई की कोई संतान नहीं थी और वे गणेश जी की भक्त थीं। उन्होंने भगवान गणेश जी की प्रतिमा बनवाई ताकि सभी को भगवान गणेश का आशीर्वाद मिल सके और उनकी मुरादें पूरी हो सकें।
समय सारणी | Siddhivinayak Mandir Timing
सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन का समय:
- बुधवार से सोमवार: प्रातः 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक खुला रहता हैं।
- मंगलवार: सुबह 3:30 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक और फिर 12:30 बजे से रात 8:30 बजे तक खुला रहता हैं।
आरती का समय
- कांकड़ आरती: सुबह 5:30 बजे
- नैवेद्य आरती: दोपहर 12:15 बजे
- शाम की आरती: 7:30 बजे
- शेज आरती: रात 9:50 बजे
निर्माण और विस्तार
प्रारंभ में यह मंदिर बहुत छोटा था, लेकिन 1991 में महाराष्ट्र सरकार ने मंदिर के विस्तार के लिए 20,000 वर्ग फीट जमीन दी। वर्तमान में सिद्धिविनायक मंदिर पांच मंजिल का है और इसके ऊपरी मंजिलों में रसोई, रोगियों का इलाज और गणेश संग्रहालय आदि हैं। सिद्धिविनायक मंदिर अपनी भव्यता और धार्मिक महत्व के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है।