खाटू श्याम जी की आरती, उनके भक्तों द्वारा समर्पित भक्ति और श्रद्धा भाव दिखाने का एक प्रमुख जरिया हैं।
- श्री खाटू श्याम द्वापर युग के महान योद्धा थे। इनका जिक्र माहभारत मे भी हैं।
- वह महाभारत काल मे बर्बरीक नाम से जाने जाते थे।
- खाटू श्याम, वास्तव में, भीम के पौत्र और घटोत्कच के बेटे थे।
- खाटू श्याम भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे।
- भगवान शिव के दुवरा इनको तीन अभेद्य बाण मिले, इन्हें तीन बाण धारी भी कहा जाता है।
- खाटू श्याम की अपार शक्ति से प्रभावित होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें कलियुग में अपने नाम से पूजे जाने का वरदान दिया।
- भक्त को खाटू श्याम जी की आरती का पाठ जरूर करना चाहिए।
- उनकी भक्ति करने से व्यक्ति के जीवन के सारे दुखों और कष्टों का नाश होता है।
।। खाटू श्याम जी की आरती।। (Khatu Shyam Ji ki Aarti in Hindi)
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर दुरे।
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े।
ॐ जय श्री श्याम हरे…
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे।
खेवत धूप अग्नि पर दीपक ज्योति जले ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे।
भक्त आरती गावे, जय – जयकार करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम श्याम उचरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत भक्त – जन, मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे…
खाटू श्याम जी की आरती के लाभ
- इनकी भक्ति व्यक्ति को आत्मिक और आध्यात्मिक संजीवनी प्रदान करती है।
- खाटू श्याम की भक्ति करने से भक्त कभी निराश नहीं रहता हैं।
- इनकी आरती व भक्ति करने से जिंदगी से हारा हुआ व्यक्ति भी सफल होने लगता हैं, इसलिए इनको हारे का सहारा कहा जाता हैं।
- खाटू श्याम अपने भक्त से बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं, और उनको अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
- इनकी आरती का पाठ करने से आप धनवान बन जाते हैं तथा क्रियों मे सफलता मिलती हैं।
- खाटू श्याम जी की आरती करने से व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति होती हैं।