शनिवार व्रत में भगवान शनिदेव की पूजा अर्चना की जाती होती है।
- भगवान शनिदेव जब किसी से रुष्ट होते है, और सजा देते है तो उसे ही साढ़े साती, ढैया, सवा प्रहर की दशा कहते है।
- शनिदेव का व्रत करने से आपके ऊपर साढ़े साती, सवा प्रहर के दशा से बचा जा सकता है।
- इस व्रत को किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के शनिवार से प्रारंभ किया जा सकता है।
- शनिवार व्रत को 9, 19 31, 51 की संख्या में रखा जाता है।
- पूजा करने के लिए कभी भी शनिदेव की प्रतिमा घर में नहीं रखा जाता है।
- शनिवार के दिन काले या नीले रंग के कपड़े दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते है।
- भगवान शनिदेव की पूजा हमेशा सूर्यास्त के बाद की जाती है।
- शनिवार को कभी भी लोहे की वस्तुए नहीं खरीदनी चाहिए, इससे शनिदेव रुष्ट होते है।
शनिवार व्रत पूजा सामग्री
सरसों का तेल ,नीले या काला कपड़ा, काले तिल, उड़द, फूल, मिट्टी का दीपक।
शनिवार व्रत पूजा विधि
- प्रातःकाल उठकर स्नान करे तथा स्वच्छ वस्त्र धारण करे।
- मंदिर मे शनि देव की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराए।
- इसके बाद शनिदेव को काले वस्त्र, काले तिल, फूल अर्पित करे।
- इसके बाद दीप प्रज्वलित करे और शनि देव से प्रार्थना करे।
- पूजा करते समय शनि मंत्र का जाप करे।
- शनि मंत्र: ॐ शनि शनिश्चराये नमः
- भोग में मिठी पूरी बना के चढ़ा सकती है।
- उस दिन अप शनि व्रत कथा का पाठ भी कर सकते हैं।
- पूजा के बाद पीपल के पेड़ को जल अवश्य दे।
शनि व्रत में क्या खाया जाता है ?
- शनिवार व्रत में आप चाय तथा फलाहार किसी भी समय ग्रहण कर सकते है
- व्रत में फल तथा दूध और दूध से बनी हई वस्तुए ग्रहण कर सकते है।
- शाम को पूजा के बाद काले चने की सब्जी, खिचड़ी का सेवन कर सकते है।
शनिवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
- इस दिन कभी भी नमक, तेल नहीं खरीदना चाहिए।
- शनिवार को पीली वस्तु का दान न करे।
- शनिवार को कभी भी जूते चप्पल नहीं खरीदना चाहिए।
- शनिवार को पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर यात्रा न करे।
शनिदेव को प्रसन्न करने का तरीका
- किसी भी असहाय की सहायता करना, भूखों को भोजन कराना चाहिए।
- शनिवार को काले कंबल, काले वस्त्र का दान करे, तेल का दीपक जलाए।
- जानवरों की सेवा करे, काले कुत्तों को रोटी में तेल लगाकर खिलाए।
- शनि मंत्र का जाप करे।
शनिवार व्रत के लाभ
- शनि व्रत से साढ़े साती, ढैया से छुटकारा मिलता है।
- नौकरी, व्यापार में सफलता की प्राप्ति होती है।
- इस व्रत को करने से मनुष्य के जीवन में सुख-शांति आती है।
अगर आपको किसी भी प्रकार का शारीरिक कष्ट है, तो वह सही हो जाता है।