लक्ष्मी स्तोत्रम देवी लक्ष्मी की स्तुति में गाया गया एक पवित्र मंत्र है, जो धन, वैभव, और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। यह स्तोत्रम भक्तों द्वारा उनकी कृपा प्राप्त करने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने के लिए पढ़ा जाता है। श्री लक्ष्मी माता की उपासना भारतीय संस्कृति में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
॥ महालक्ष्मी स्रोतम ॥
नमस्तेस्तू महामाये श्रीपिठे सूरपुजिते ।
शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 1 ॥
नमस्ते गरूडारूढे कोलासूर भयंकरी ।
सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 2 ॥
सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्ट भयंकरी ।
सर्व दुःख हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥3 ॥
सिद्धीबुद्धूीप्रदे देवी भुक्तिमुक्ति प्रदायिनी ।
मंत्रमूर्ते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 4 ॥
आद्यंतरहिते देवी आद्यशक्ती महेश्वरी ।
योगजे योगसंभूते महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 5 ॥
स्थूल सूक्ष्म महारौद्रे महाशक्ती महोदरे ।
महापाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 6 ॥
पद्मासनस्थिते देवी परब्रम्हस्वरूपिणी ।
परमेशि जगन्मातर्र महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 7 ॥
श्वेतांबरधरे देवी नानालंकार भूषिते ।
जगत्स्थिते जगन्मार्त महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ 8 ॥
महालक्ष्म्यष्टकस्तोत्रं यः पठेत् भक्तिमान्नरः ।
सर्वसिद्धीमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा ॥ 9 ॥
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनं ।
द्विकालं यः पठेन्नित्यं धनधान्य समन्वितः ॥10॥
त्रिकालं यः पठेन्नित्यं महाशत्रूविनाशनं ।
महालक्ष्मीर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा ॥11॥
॥इतिंद्रकृत श्रीमहालक्ष्म्यष्टकस्तवः संपूर्णः ॥
महालक्ष्मी स्रोतम के लाभ | Mahalaxmi Stotram Ke Labh
- इस स्तोत्रम का नियमित पाठ करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती।
- लक्ष्मी माता की कृपा से जीवन में सौभाग्य और खुशहाली आती है, जिससे परिवार में सुख और शांति बनी रहती है।
- लक्ष्मी स्तोत्रम का पाठ नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति का मन शांत और स्थिर रहता है।
- जो लोग कर्ज में डूबे हुए हैं या आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें इस स्तोत्रम का नियमित पाठ अवश्य करना चाहिए, जिससे उन्हें समस्याओं से मुक्ति मिल सके।
- व्यवसाय और कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए भी इस स्तोत्रम का पाठ अत्यंत फलदायी माना गया है।