गौरी शंकर मंदिर, दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व और भव्य वास्तुकला के कारण भक्तों को आकर्षित करता है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव और माता पार्वती विराजमान हैं।
मंदिर का इतिहास | Mandir History
गौरी शंकर मंदिर का इतिहास कई सदियों पुराना है। इसका निर्माण लगभग 800 वर्ष पहले मराठा सैनिक आपा गंगाधर द्वारा कराया गया था, जो भगवान शिव के परम भक्त थे। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव माता पार्वती के साथ विराजमान हैं। यह मंदिर दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा में सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है।
वास्तुकला और संरचना
गौरी शंकर मंदिर की वास्तुकला दुर्लभ और मनोहारी है। मंदिर परिसर में भगवान गणेश सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं। इसकी दीवारें और छतें सुंदर नक्काशी और भव्य चित्रों से सुसज्जित हैं, जो इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती हैं।
कैसे पहुंचे गौरी शंकर मंदिर, दिल्ली | How to Reach Gauri Shankar Mandir Delhi

गौरी शंकर मंदिर तक पहुंचने के लिए आप दिल्ली मेट्रो या सड़क मार्ग का उपयोग कर सकते हैं।
- इस मंदिर के सबसे निकट “चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन” है, जो लगभग 600 मीटर की दूरी पर स्थित है।
- मेट्रो स्टेशन से मंदिर तक पैदल पहुंचने में लगभग 4-5 मिनट का समय लगता है।
- पैदल यात्रा मंदिर तक पहुंचने का सबसे सरल और सुविधाजनक विकल्प है, हालांकि आप ऑटो रिक्शा या रिक्शा की मदद से भी मंदिर तक जा सकते हैं।
मंदिर का समय | Mandir Timing
गौरी शंकर मंदिर भक्तों के लिए सुबह 5:00 बजे खुलता है और रात 10:00 बजे तक खुला रहता है। सुबह की आरती 6:00 बजे से 7:00 बजे तक होती है, जबकि शाम की आरती 7:00 बजे से 8:00 बजे तक होती है। यह मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है।