वृंदावन, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहाँ हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण और परंपरागत स्थलों में से एक है, जो भगवान कृष्ण के बचपन का निवास स्थल के रूप में जाना जाता है, जहाँ उनकी अनेक लीलाएं हुईं हैं।
- “वृंदावन” का अर्थ है “तुलसी का जंगल” हैं। जो “वृंदा” तुलसी को और “वन” जंगल को दर्शाता हैं।
- यहाँ भगवान श्री कृष्ण ने अपने बचपन का समय व्यतीत किया था।
- वृंदावन में बहुत से प्रसिद्ध मंदिर और तीर्थस्थल हैं, जैसे कि बांके बिहारी मंदिर, श्री राधा रमण मंदिर, प्रेम मंदिर और अन्य।
- यहाँ हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।
- वृंदावन में श्रद्धालुओं के लिए धर्मशालाएँ और होटल की व्यवस्था भी है, जहाँ वे ठहर सकते हैं।
- वृंदावन का सबसे निकटतम रेल्वे स्टेशन मथुरा जंक्शन है, और मथुरा जंक्शन से वृंदावन की दूरी 10 किलोमीटर है।
- मथुरा जंक्शन से वृंदावन के लिए टैक्सी और शेयर ऑटो उपलब्ध हैं, जिनका किराया 50 से 200 रुपए तक होता है।
वृंदावन में घूमने की कुछ प्रमुख जगहें | Places to visit in Vrindavan
वृंदावन, उत्तर प्रदेश में स्थित एक शहर है जो हिंदू पौराणिक कथाओं और आध्यात्मिकता से भरपूर है। यह जगह कई मंदिरों और पवित्र स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
ये हैं कुछ वृंदावन के मुख्य स्थल
- श्री बांके बिहारी मंदिर
- प्रेम मंदिर
- श्री राधा रमण मंदिर
- इस्कॉन टेम्पल (Iskcon Temple)
- निधिवन
- केशी घाट
श्री बांके बिहारी मंदिर वृंदावन | Banke Bihari Mandir Vrindavan
- श्री बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक है।
- श्री बांके बिहारी मंदिर का निर्माण स्वामी हरीदास के द्वारा 1864 मे हुआ था।
- स्वामी हरीदास, भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त थे।
- श्री बैक बिहारी मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित हैं।
- “वृंदावन” के बांके बिहारी मंदिर मे भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा की जाती हैं।
- यह मंदिर सुबह 8:00 बजे से 1:00 बजे तक और शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है।
प्रेम मंदिर वृंदावन | Prem Mandir Vrindavan
- प्रेम मंदिर वृंदावन का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
- प्रेम मंदिर वृंदावन में राधा-कृष्ण और सीता-राम को समर्पित है।
- यहाँ पर भगवान श्री कृष्ण की बचपन की लीलाओं की झांकियां हैं, जो अत्यंत सुंदर हैं।
- प्रेम मंदिर की स्थापना जगद्गुरु कृपालु महाराज द्वारा 2001 मे की गई थी।
- 2012 मे प्रेम मंदिर का निर्माण पूरा हुआ था।
- मंदिर के निर्माण में लगभग 11 साल का समय लगा।
- प्रेम मंदिर वृंदावन मे हर साल लाखों श्रद्धालुओं देश-विदेश से आते हैं।
- प्रेम मंदिर सुबह 8:30 से 12:30 तक और शाम 4:30 से 8:30 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है।
श्री राधा रमण मंदिर वृंदावन | Radha Raman Temple Vrindavan
- श्री राधा रमण मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जहाँ भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा की जाती है।
- इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की प्रतिमा स्वयं प्रकट हुई थी।
- श्री राधा रमण मंदिर का निर्माण 1542 में हुआ था।
- धूप, दीपक जलाने व प्रशाद बनाने के लिए इस मंदिर में माचिस या गैस का उपयोग नहीं होता है।
- श्री राधा रमण मंदिर में एक बहट्टी है, जो 400 से अधिक सालों से जलती आ रही है।
- इस बहट्टी को श्री गोपाल भट्ट गोस्वामी ने मंत्रों द्वरा प्रजलित किया था।
- श्री राधा रमण मंदिर मे धूप, दीपक जलाने व प्रशाद बनाने के लिए उस भट्टी का परियोग किया जाता हैं।
- मनीयता यह हैं की, इस मंदिर मे जन्माष्टमी दिन मे मनाई जाती हैं। क्योंकि जिस मंदिर मे श्री कृष्ण बाल रूप की पूजा होती हैं, उस मंदिर मे दिन मे जन्माष्टमी बनाई जाती हैं।
- श्री राधा रमण मंदिर सुबह 8:00 बजे से 12:30 तक और शाम 6:00 बजे से 8:00 बजे तक खुलता हैं।
इस्कॉन मंदिर वृंदावन | Iskcon Temple Vrindavan
- इस्कॉन मंदिर कृष्ण और बलराम को समर्पित हैं।
- इस्कॉन मंदिर को कृष्ण बलराम मंदिर से नाम से भी जाना जाता हैं।
- इस्कॉन मंदिर की स्थापना स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद ने 1975 मे की थी।
- स्वामी प्रभुपाद का सपना था, कि कृष्ण और बलराम का एक मंदिर कृष्ण जन्मभूमि पर हो।
- कृष्ण बलराम मंदिर में देश-विदेश से अनेक श्रद्धालु आते हैं।
- इस मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन से भक्तों को, उनकी विशेष कृपा मिलती है।
- इस्कॉन मंदिर में रोजाना भागवत गीता का पाठ और कृष्ण कीर्तन भक्तों द्वारा होता है।
- इस्कॉन मंदिर सुबह 4:00 बजे से रात 8:30 तक भक्तों के लिए खुला रहता है।
निधिवन | Nidhivan vrindavan
- निधिवन बाके बिहारी मंदिर से 2 किलोमिटर की दूरी पर यमुना नदी के किनारे पर स्थित हैं।
- निधिवन मे 16,108 तुलसी के पेड़ हैं।
- मान्यता है कि, आज भी कृष्ण भगवान, राधा और गोपियां इस वन में रास लीलाएं करने आते हैं।
- निधिवन में रंग महल नामक एक मंदिर है, जिसमें राधा रानी और भगवान कृष्ण विराजमान हैं।
- निधिवन सुबह 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक खुलता हैं।
केशी घाट वृंदावन | Keshi Ghat Vrindavan
- केशी घाट वृंदावन का प्रमुख घाट है। जहा रोजाना पर्यटकों और भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
- केशी घाट की स्थापना 17 वीं सदी में भरतपुर की महारानी लक्ष्मी देवी ने की थी।
- इस घाट से नाव की सवारी भी होती हैं, जिसका किराया 100-150 रु तक होता हैं।
- यहाँ रोजाना शाम 4-6 बजे आरती होती है, जिसका नजारा अद्भुत होता है।
- केशी घाट के किनारे कई छोटे-छोटे प्राचीन मंदिर हैं, जिनके दर्शन किए जा सकते हैं।
- पर्यटन इस स्थल पर सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद भी लेते हैं।