विश्वकर्मा पूजा भगवान विश्वकर्मा की जयंती के रूप में हर साल की जाती है। भगवान विश्वकर्मा को सम्पूर्ण ब्रह्माण का शिल्पकार माना गया है। इसीलिए इस दिन सभी व्यापारी अपने कारखानों, मशीनों एवं आजार की पूजा करते है। और भगवान विश्वकर्मा जी से व्यापारिक क्षेत्र में सफलता की प्रार्थना करते है।
- विश्वकर्मा पूजा समान्यतः 1 बार, लेकिन देश के कुछ क्षेत्रों में 2 बार मनाई जाती है।
- यह दिन सभी कारखानों, मूर्तिकारों, बढ़ई के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
- इस दिन सभी लोग प्रातः काल स्नान आदि कर कार्यस्थल पर जाते है।
- कार्य स्थल की सफाई आदि कर गंगाजल छिड़कते है।
- इसके बाद रंगोली आदि बना कर विश्वकर्मा जी की मूर्ति स्थापित होती है।
- इसके दीपक प्रज्ज्वलित कर विश्वकर्मा जी की पूजा होती है।
- इसके बाद भोग लगाकर यही प्रसाद सभी को बाँट दिया जाता है।
विश्वकर्मा पूजा 2024 | Vishwakarma Puja 2024 Date
विश्वकर्मा पूजा 2024 में 17 सितंबर मंगलवार के दिन 2024 को मनाया जाएगा।
इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त 17 सितंबर को सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:26 तक रहेगा।
इस दिन पूजा का शुभ इस दिन पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है, और आपके व्यापार में विश्वकर्मा जी का आशीर्वाद बना रहता है।
विश्वकर्मा पूजा मंत्र | Mantra
“ॐ आधार शकतपे नमः, ॐ कूमयि नमः, ॐ अन्नतम नमः, ॐ पृथिव्यै नमः, ॐ विश्वकर्मणे नमः , ॐ श्री सृष्टतनया सर्वसिधाय विश्वकर्माया नमो नमः”
विश्वकर्मा पूजा क्यों मनाया जाता है? | Vishwakarma Puja Kyu Manaya Jata Hai
मान्यता है की जब ब्राह्मा जी ने इस सृष्टि का निर्माण किया, तो वह एक अंडे के समान थी जिसे शेष नाग के सिर पर रख दिया गया। परंतु जब भी शेष नाग हिलता था, तो पूरी पृथ्वी को नुकसान सहना पड़ता था। इस बात से परेशान होकर, ब्रह्मा जी ने विश्वकर्मा जी से इसका उपाय पूछा।
तब विश्वकर्मा जी ने नेरु पर्वत के ऊपर पृथ्वी को रखवा दिया, जिससे इसका पूर्ण रूप से समाधान हो गया। विश्वकर्मा जी के इस प्रतिभा से ब्राह्मा जी अत्यंत प्रसन्न हुए और उन्हे सम्पूर्ण सृष्टि का प्रथम शिल्पकार माना गया। इसके अलावा विश्वकर्मा जी ने ब्राह्मण में अनेक वस्तुओ का निर्माण किया।
इसीलिए विश्वकर्मा जी की पूजा कार्यस्थल या व्यपार स्थल पर करने से व्यापार में अपार सफलता प्राप्त होती है। इसीलिए मान्यता है की विश्वकर्मा जी की जयंती पर जो भी भक्त पूजा सच्चे मन से करता है, उसकी सारी मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती है।