सागा दावा बौद्ध धर्म के अनुयायियों का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे भगवान बुद्ध के जन्मोत्सव और महापरिनिर्वाण की स्मृति में हर साल सिक्किम में बहुत ही उत्साह से मनाया जाता है। सागा का अर्थ है ‘चौथा’ और दावा का अर्थ है ‘महीना’। अतः, यह त्योहार हर साल तिब्बती कैलेंडर के अनुसार चौथे माह के 15वें दिन मनाया जाता है।
- बौद्ध धर्म का यह सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण त्योहार है, जो चौथे माह के 15 वे दिन से शुरू होता है और अगले माह के पूर्णिमा तक मनाया जाता है।
- इसे पर्व को बौद्ध के महायान शाखा द्वारा भगवान बुध के जन्म और महपरिनिर्वाण का उत्सव मनाते है।
- पूर्णिमा के अंतिम दिन को सावा दावा दुचेन कहा जाता है, जिसका तिब्बती भाषा में शाब्दिक अर्थ है – महान अवसर।
- सावा दागा पर्व को ट्रिपल ब्लेस्ड फेस्टिवल के नाम से भी जाना जाता है।
- तिब्बत में सावा दावा फेस्टिवल के दौरान सभी अनुयाई कैलाश पर्वत पर यात्रा करने अनेक देशों से आते है।
- इसी पर्वत पर पूर्णिमा के दिन तिब्बती बौद्ध अनुयायी अपने पुराने ध्वजस्तम्भ उतार देते है और नया ध्वजस्तम्भ लगाते है।
- सिक्किम में यह त्योहार हिन्दू और नेपाली द्वारा अक्टूबर माह में बहुत ही उत्साह से मनाया जाता है।
- सागा दावा के आलवा बौद्ध धर्म अन्य पर्व भी मनाए है जैसे – द्रुपका त्शेची, लोसर, ल्हाबाब धुचेन, सोनम लोचर।
सागा दावा 2025 | Saga Dawa 2025
वर्ष 2025 में सागा दावा त्योहार 11 जून को मनाया जाएगा। जिसे हर बौद्ध अनुयायी द्वारा बहुत ही जश्न से मनाया जाता है।
सागा दावा क्यू मनाया जाता है? | Saga Dawa Kyu Manaya jata hai?
सावा दावा बौद्ध का सबसे पवित्र त्योहार है, जिसे भगवान बौद्ध धर्म के महायान शाखा द्वारा भगवान बुद्ध के जन्म और उनके ज्ञान प्राप्ति तथा निर्वाण प्राप्ति का जश्न मनाया जाता है।
इसमे बौद्ध धर्म के भिक्षु चाम नृत्य का आयोजन करते है, और सभी बौद्ध भिक्षु विभिन देवताओ और रक्षकों के मुखौटे और उनके प्रतीक वस्त्र पहनते है। इसके आलवा पर्व पर सभी बौद्ध अनुयाई जश्न के साथ-साथ विभिन्न पवित्रों स्थानों, मठों, पहाड़ों, झीलों आदि पर जाते है। इस पर्व पर सभी बौद्ध धर्म अनुयाई विभिन मठों, और मंदिरों को दान करते है।