रविवार व्रत में सूर्य देवता की पूजा होती है, इसीलिए सूर्योदय का बहुत महत्व है।
- रविवार का व्रत करने से आपके कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत हो जाता है।
- व्रत आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले रविवार से शुरू कर सकते है।
- इस व्रत को आप अपनी इच्छानुसार कितना भी रख सकते है 12, 21 की संख्या में रविवार व्रत को रख सकते है।
- व्रती को भोजन कभी भी सूर्यास्त के बाद नहीं करना है, अगर किसी कारण आप भोजन नहीं कर पाते है, तो दूसरे दिन आपको पूजा के पश्चात भोजन ग्रहण करना है।
- रविवार व्रत को करने से आपके शरीर में किसी भी प्रकार का रोग या कष्ट हो वो सही हो जाता है।
रविवार व्रत पूजा सामग्री
एक तांबे का लोटा, स्वच्छ जल, एक तांबे की परात, लाल कलर के गुड़हल के फूल, अक्षत, लाल रंग का चंदन, रविवार व्रत कथा की किताब।
रविवार व्रत पूजा विधि
- व्रत करने वाले व्यक्ति को सर्वप्रथम प्रातःकाल उठकर नित्य कर्म को खत्म कर लेना चाहिए।
- आपको एक तांबे का लोटा लेना है, उसमे शुद्ध जल भर कर लाल चंदन, तथा अक्षत डाल के सूर्य भगवान को अर्पित करे।
- जब आप जल अर्पित करे उस समय सूर्य मंत्र का जाप करे।
- सूर्य मंत्र – ॐ सूर्याय नमः
ॐ घृणि सूर्याय नमः।
- जल अर्पित करते समय कभी भी सूर्य देवता को देखे नहीं सिर्फ उनके तेज को महसूस करे।
- इसके बाद घर के पूजा स्थल या मंदिर में दीप प्रज्ज्वलित करे।
- प्रसाद में आप सूर्य देवता को गेहू के आटे का हलवा चढ़ा सकते है।
- इसके बाद रविवार व्रत की कथा का पाठ करे।
रविवार के व्रत में क्या खाए
- व्रत में आप चाय, दूध, फलाहार का सेवन कभी भी सकते है।
- इस व्रत में आप गेहू के आटे की रोटी, गेहू की दलीया, और गेहू का हलवा बना कर भी सेवन कर सकते है
क्या नहीं खाना चाहिए
- तेल से बनी हुई वस्तुओ का सेवन नहीं नहीं चाहिये।
- इस व्रत में आपको किसी भी नमक का सेवन नहीं करना है।
- व्रत में कभी किसी भी पान का सेवन न करे
रविवार के व्रत में आप इन नियमों का पालन जरूर करे
- व्रत में आप किसी की निंदा या बुराई न करे।
- व्रत में आपको लाल रंग के वस्त्र जरूर धारण करे
- किसी भी प्रसाद को ग्रहण को करने से पहले बच्चों को अवश्य दे।
- व्रत में आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना है।
व्रत का उद्यापन कब और कैसे करे?
- व्रती ने जितने रविवार व्रत का संकल्प लिया है उसे पूरा करने के बाद ही उद्यापन करना होता है
- अगर आपने 12 व्रत का संकल्प लिया है तो जिस दिन आपका 12 वा व्रत है उस दिन आपको उद्यापन करना है।
- उद्यापन आप किसी ब्राह्मण देवता को बुलाकर करा सकते है या स्वय भी कर सकते है।
- इसके बाद आपको कुछ वस्तुओ का दान करना होता है-घी ,लाल, चंदन, गुड, लाल वस्त्रों का दान आप कर सकते है।
रविवार व्रत करने के लाभ
- इस व्रत को करने से आपकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है तथा मान सम्मान यश की प्राप्ति होगी।
- व्रत पालन करने से संतान सुख की प्राप्ति होगी।
- इसको करने से सभी दुख चिंता का नाश होता है एवं आपकी बुद्धि तेज होती है।
- इस व्रत को करने से आपको लंबी आयु की प्राप्ति होती है।