हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाला हर व्यक्ति भगवान जगदीश की आरती करता है यह सबसे प्रचलित हिंदू आरतियों में से एक है।
व्यक्ति इस आरती से जगदीश भगवान को खुश करना चाहता है आपको हमारे इस लेख इस आरती से पूरी जानकारी मिल जायगी | साथ में इस आरती को कैसे करना चाहिए। और इसको करने से क्या लाभ है वो भी पता चल जायगा।
।। जगदीश जी की आरती ।। Bhagwan Jagdish Ji ki Aarti
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे |
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ||1|| ॐ जय…
जो ध्यावे फल पावे , दुःख बिनसे मन का | स्वामी
सुख सम्पत्ति घर आवे ,कष्ट मिटे तन का ||2|| ॐ जय…
मात-पिता तुम मेरे ,शरण गहूं किसकी | स्वामी
तुम बिन और न दूजा, आसकरू जिसकी ||3|| ॐ जय…
तुम पूरण परमात्मा ,तुम अन्तर्यामी । स्वामी
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सब के स्वामी ||4|| ॐ जय…
तुम करुणा के सागर , तुम पालन करता । स्वामी
मैं मूरख फल कामी , कृपा करो भर्ता ||5|| ॐ जय…
तुम हो एक अगोचर , सबको प्राणपति। स्वामी
किस विधि मिलूं दयामय, मैं तुमको कुमति ||6|| ॐ जय…
दीन-बन्धु दुःख-हर्ता, तुम ठाकुर मेरे । स्वामी
अपने हाथ उठाओ , द्वार पड़ा तेरे ||7|| ॐ जय…
विषय-विकार मिटाओ , पाप हरो देवा । स्वामी
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, सन्तन की सेवा ||8|| ॐ जय…
श्री जगदीश जी की आरती जो कोई नर गावे | स्वामी
कहत शिवानंद स्वामी , सुख संपत्ति फल पावे ||9|| ॐ जय…
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जगदीश जी की आरती करने के लाभ:
जैसे की हम जानते है की भगवान विष्णु हिन्दू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है भगवान शिव और भगवान ब्रह्मा के साथ, वह हिंदू धर्म में त्रिदेव कहलाते हैं।
हम जानते है की भगवान जगदीश जग के संरक्षक है इनकी पूजा करने से धन सुख और समृद्धि मिलती है माँ लक्ष्मी ईनको अति प्रिये है जगदीश भगवान जी को लमक्षी जी के साथ पूजा जाता है
जो भक्त ईनकी पूजा अर्चना सचे मन से करता है भगवान उसकी मनोकामान जल्दी पूरी करते है उसको मनवांछित फल देते है । उसको भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
लोग भगवान तक अपनी बात पहुचाने के लिए उनकी आरती पूरे मन से करते है| भगवान विष्णु का गुणगान करने वाली यह आरती व्यक्ति को कई शुभ फल प्रदान करती है।
भगवान विष्णु की आरती से होने वाले लाभ के बारे में नीचे बताया गया है।
- भगवान विष्णु की पूजा का प्रमुख त्योहार हर महीने की एकादशी और अनंत चतुर्दशी को आता है।
- हर गुरुवार को भी भगवान विष्णु की पूजा और आरती की जाती है।
- इनकी पूजा और आरती करने से घर में सुख, समृद्धि और शांति मिलती है।
- वहीं इनकी पूजा से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
- अगर आप ईनकी पूजा पूरी विधि विधान से करंगे तो भगवान विष्णु अवश प्रसंसान होंगे।
- इस आरती को करने से व्यक्ति भय से मुक्त होता है।
- इसके साथ ही आत्मविश्वास की कमी जिन लोगों में है उन्हें भी यह आरती करनी चाहिए।
- भगवान जगदीश जी आरती पूरे नियम के साथ करनी चाहिए।
आरती करने के नियम की कैसे करें आरती।
जगदीश भगवान की आती करने के कुछ नियम है जिनको हमें हमेशा ध्यान मैं रखना चाहिए। |
- आरती शुरू करने से पहले 3 बार शंख बजाएं।
- शंख बजाते समय मुंह उपर की तरफ रखें।
- हमेशा ख्याल रखे की शंख को धीमे स्वर में शुरू करते हुए धीरे-धीरे बढ़ाएं।
- इसके बाद आरती शुरू करें।
- आरती करते हुए ताली बजाएं।
- घंटी एक लय में बजाएं और आरती भी सूर और लय का ध्यान रखते हुए गाएं।
- इसके साथ ही मझीरा, तबला, हारमोनियम आदी वाद्य यंत्र बजाएं।
- आरती गाते समय शुद्ध उच्चरण करें।
- आरती के लिए शुद्ध कपास यानी रूई से बनी घी की बत्ती होनी चाहिए।
- हमेशा खयाल रखे की तेल की बत्ती का उपयोग करने से बाचना चाहिए।
- आप कपूर आरती भी कर सकते है |
- बत्तिया की संख्या एक, पांच, नौ, ग्यारह या इक्किस हो सकती है।
- आरती घड़ी के कांटो की दिशा में लयबद्ध तरीके से करनी चाहिए।
जगदीश भगवान की पूजा का क्या विधान है
जगदीश भगवान की आरती एक ऐसी आरती है जो हर भक्त ने अपने जीवन एक बार तो पढ़ी ही होगी। अगर आप आरती को हर रोज करते है तो ईसको करने के कुछ नियम है जीनको हमको अपनाना चाहिए |
- हर दिन सुबह जल्दी उठके प्रतिदिन स्नान करना चाहिए और ध्यान करना चाहिए।
- उसके बाद जगदीश भगवान की आरती का पाठ करें।
- पाठ करने से पूर्व भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने धूप और दीप जलाएं अगर संभव हो तो भगवान विष्णु को फूल अर्पित करें।
- आरती करने के बाद हफ्ते में कम से कम 1 दिन लोगों में प्रसाद अवश्य बांटे।
- इसके साथ ही एकादशी के दिन व्रत रखना चाहिए और उस दिन शाम के समय सपरिवार इस आरती का पाठ करना शुभ माना जाता है।
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