नाग पंचमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार हैं जो सावन माह मे मनाया जाता हैं। इस त्योहार में भगवान शिव की अराधना और नागों की पूजा की जाती है। हर साल सावन माह मे 2 बार नागपंचमी मनाई जाती है।
- कुछ लोग मिट्टी के सांप बनाकर उनकी पूजा और दूध चढ़ाते है।
- नाग पंचमी से एक दिन पहले कुछ व्यक्ति व्रत रखते है जिसे नाग चतुर्थी नाम से जानी जाती है।
- ज्योतिषी के अनुसार नागपंचमी का व्रत रखने से व्यक्ति को कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है।
नाग पंचमी 2024 | Nag Panchami 2024 Date
साल 2024 में 9 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार को पड़ेगा। इस दिन पंचमी तिथि का आरंभ 9 अगस्त 2024 को 12:36 am पर होगा, और समाप्ति अगले दिन 10 अगस्त की सुबह 03:54 मिनट पर होगा।
नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है? | Nag Panchami Kyu Manaya Jata Hai?
प्राचीन काल की बात है, किसी गाँव में एक किसान अपने 2 पुत्र और 1 पुत्री के साथ रहता था। एक बार किसान खेत में हल चला रहा था, तभी उससे एक सर्प के तीन बच्चे पर हल चल गया और उनकी मृत्यु हो गई।
अपने बच्चों को मरा देख नागिन अत्यधिक दुखी हुई और किसान से बदला लेने का प्राण किया। रात्रि में जब किसान और उसके बच्चे पत्नी सो गये, तो वह किसान, उसकी पत्नी और उसके पुत्रों को डस लिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
परंतु किसान की पुत्री बच गई थी। क्यू की नागिन ने उसे गलती से डसा नहीं था। अगले दिन जब नागिन को पता चला की किसान की पुत्री जिंदा है, तो वह दुबारा किसान के घर उसकी पुत्री को डसने गई।
परंतु किसान की पुत्री को यह सब पता था। इसीलिए उसने पहले से नागीन से माफी मांगने और उसके लिए दूध का इंतजाम कर के रखा था। जब नागिन उसे डसने गई तो उसकी पुत्री ने उससे माफी मांगी और उसके भाइयों और पिता से भूल को माफ करने की विनती करने लगी।
नागिन को किसान की बेटी का सत्कार और भूल के एहसास को देखकर दया आ गई, और उसने उसे माफ कर दिया और उसके पिता भाई और माता को जीवित कर दिया। तथा यह आशीर्वाद भी दिया जो भी व्यक्ति नागपंचमी के दिन नागों की सेवा करेगा उसको काल सर्प दोष से मुक्ति मिलेगी।
लाभ | Labh
- भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है।
- काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
- रोगों बीमारिओ से मुक्ति और दीर्घायु मिलता है।
- जातक की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती है।