मेहंदीपुर बालाजी मंदिर उत्तर-पश्चिमी भारत मे स्थित हनुमान जी का एक प्रमुख मंदिर है, जो राजस्थान के दौसा ज़िले में है। बालाजी को हनुमानजी का रूप माना जाता हैं और हनुमानजी को ऊपरी शक्तियों का नाशक कहा गया हैं। इसलिए इस मंदिर मे भक्त दूर-दूर से ऊपरी शक्तियों का निवारण,नजर दोष व कुछ किए कराए का उतारे के लिए आते हैं।
इतिहास | History
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का मंदिर का निर्माण लगभग 1000 वर्ष पूर्व में हुआ था। इस मंदिर के निर्माण का श्रेय गणेश जी महराज और उनके साथ देने वाले गाँव वालों को जाता है। एक बार जब गणेश पूरी जी महराज को स्वपन आया की उन्हे एक व्यक्ति हजारों दियो के साथ जा रहा है, स्वप्न में गणेश पूरी जी उस पूरी समूह के पिछे चल दिए समूह का मुखिया बालाजी भगवान के चरणों में शीश झुका कर वापस समूह के साथ चला जाता है। जब गणेशपूरी जी की नींद खुली तो उन्हे इस स्वपन का अर्थ समझ नहीं आया।
अगले दिन पुनः उन्हे स्वप्न में तीन मूर्तिया दिखाई देती है और उन्मे से आवाज आती है, भक्त तुम मेरी सेवा करो तुम्हर कल्याण होगा। फिर महंत जी को यह समझ में नही आया की उन्हे ऐसा स्वपन क्यू या रहा है। अब उन्हे स्वयं बालाजी जी ने दर्शन दिए और बोले की “मेरा मंदिर यहा जंगल में बनवा कर मेरी सेवा करो, सबका कल्याण होगा”। अगले दिन गणेश पूरी जी सभी को लेकर जंगल की ओर चल दिए, और उसी जगह पहुच गए जहां उन्होंने उन मूर्तियों को स्वप्न में देखा था।
जब सभी ने खुदाई की तो वह पर 3 मूर्तिया निकली। परंत गाँव वालों ने भरोसा नहीं किया, छल समझ कर। जब गाँव वालों मंदिर का निर्माण नहीं करवाया तो तीनों मूर्तिया अपने आप गायब हो गई। जिससे सभी को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने गणेश जी महराज के साथ मिलकर मंदिर का निर्माण कराया।
मंदिर का समय | Mandir Timing
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर सुबह 6 बजे खुलता है और रात 8 बजे बंद होता है। मंदिर में सुबह की आरती का समय सुबह 6:15 से 6:30 तक होता है और शाम की आरती 7:15 से 7:45 तक होती हैं।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कहा पर हैं? Mehandipur balaji mandir location?
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए विभिन्न परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे कि बस, रेल और टैक्सी। यहाँ आप दिल्ली, जयपुर, आगरा जैसे शहरों से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं।