कालकाजी मंदिर दिल्ली मे स्थित माँ काली का प्रसिद्ध मंदिर हैं। इस मंदिर को ‘जयंती पीठा’ या ‘मनोकामना सिद्ध पीठ’ भी कहा जाता है। मान्यता है कि माँ काली सबसे पहले इसी स्थान पर प्रकट हुई थी, और इस मंदिर का निर्माण महाभारत काल में काली की पूजा के लिए किया गया था।
माता के भक्त दूर-दूर से उनके दर्शन के लिए आते हैं, और विशेषकर शनिवार को माता का मुख्य दिन माना जाता हैं, इस दिन यहां काफी भक्तों की भीड़ होती है।
इतिहास | History
कालकाजी मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कथाओं से जोड़ा गया है। मान्यता है कि इस मंदिर की नींव बहुत ही पुरानी है और इसे महाभारत काल में बनाया गया था। कालकाजी मंदिर को भगवान काली की पूजा के लिए समर्पित किया गया है।
एक कथा के अनुसार, महाभारत काल में अर्जुन नामक पांडव ने अपने गुरु द्रोणाचार्य के आदेश पर माता काली का पूजन किया था ताकि उन्हें युद्ध के लिए शक्ति मिल सके। माता काली ने अपनी अद्भुत कृपा दिखाई और उन्हें विजय प्राप्त हुई। इसके बाद, यहां पर माता काली के प्रति उनकी श्रद्धा को देखते हुए एक मंदिर निर्मित किया गया।
कालकाजी मंदिर का निर्माण अधिकांश रूप से 20वीं शताब्दी में हुआ था, जब दिल्ली के मुघल शासकों ने इसे पुनः निर्माण किया। मंदिर का निर्माण मुग़ल साम्राज्य के समय में शांति और सामंजस्य की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था।
आज, कालकाजी मंदिर दिल्ली का एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है जो विभिन्न श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपनी शक्ति और शांति के लिए खोजने के लिए आकर्षित करता है। नवरात्रि के दौरान, यहां पर बड़े ही उत्साह और उत्सव के साथ माता काली की पूजा की जाती है और लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं।
कालकाजी मंदिर खुलने का समय | Kalkaji Mandir Timing
- कालकाजी मंदिर खुलने का समय सुबह 5 बजे से दोपहर 3 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 11:30 बजे तक है।
- मंदिर में दर्शन का समय दिनभर होता है, लेकिन कुछ अवधियाँ धार्मिक और आराधना के लिए समर्पित हो सकती हैं और यह समय-समय पर बदल सकता है।
- विशेष अवसरों पर, मंदिर का समय बढ़ाया जा सकता है ताकि अधिक श्रद्धालु और पर्यटक आ सकें।
- यह अवधि समय-समय पर बदल सकती है, इसलिए यदि आप कालकाजी मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको स्थानीय स्रोतों से या मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट से समय की जांच करनी चाहिए।
- मंदिर के खुलने और बंद होने का समय की जानकारी के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करे।
कालकाजी मंदिर आरती का समय | Kalkaji Aarti Timing
कालकाजी मंदिर में आरती का सुबह का समय 6:30 बजे से लेकर 7:00 बजे तक होता है और रात्रि में 8:30 बजे से 9:00 बजे के बीच होती है।
कैसे जाए? | How To Reach Kalka Ji?
कालकाजी मंदिर पहुंचने के लिए निम्नलिखित तरीके हो सकते हैं:
ट्रेन: (By Train)
- अपने स्थान से ट्रेन सेवा के जरिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक आना होगा।
- दिल्ली सभी सहरों से जुड़ा हुआ शहर है, इसलिए वहाँ के लिए ट्रेन आसानी से मिल जाएगी।
- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से कालकाजी मंदिर की दूरी लगभग 16 किलोमीटर है।
- कालकाजी मंदिर के लिए रेलवे स्टेशन से पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे कि ऑटोरिक्शा, टैक्सी, या बस का उपयोग कर सकते हैं।
मेट्रो: (By Metro)
- कालकाजी मंदिर के निकटतम मेट्रो स्टेशन कालकाजी मेट्रो है,
- जो की मंदिर के लगभग 200 मीटर की दूरी पर है। मैजेंटा लाइन का उपयोग करके मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।
ऑटोरिक्शा या टैक्सी: (By Auto Rickshaw or Taxi)
- वर्तमान समय में, कई ऐप्स हैं जो परिवहन सेवाएं प्रदान करते हैं।
- इन ऐप्स के माध्यम से आप टैक्सी या ऑटो रिक्शा को ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।
- बिना किसी परेशानी के बहुत आसानी से कालकाजी मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
- टैक्सी या ऑटो रिक्शा का किराया आपकी दूरी पर निर्भर होगा।
स्वयं के वाहन से: (By Personal Vehicle)
- यदि आपके पास अपने वाहन है, तो आप स्वयं भी कालकाजी मंदिर जा सकते हैं।
- मंदिर के आसपास पार्किंग भी उपलब्ध है।
कालकाजी मंदिर से लोटस टेंपल | Kalka ji mandir to Louts Temple
कालकाजी मंदिर में दर्शन करने के बाद आप लोटस टेंपल भी जा सकते हैं, क्योंकि यह मंदिर के सामने स्थित एक देखने लायक जगह है।
- कालकाजी मंदिर से लोटस टेंपल की दूरी लगभग 500 मीटर है।,
- लोटस टेंपल मंगलवार से रविवार तक खुला रहता है, सुबह 9 बजे से शाम 5:50 तक।
- सोमवार को लोटस टेंपल बंद रहता है।