दुर्गा स्तुति देवी दुर्गा की महिमा और शक्ति का गुणगान करने वाली प्रार्थना है। यह स्तुति देवी दुर्गा की अनंत शक्तियों, करुणा, और उनकी रक्षा करने की क्षमता का वर्णन करती है।
- भक्तगण इस स्तुति का पाठ माँ दुर्गा की कृपा पाने, जीवन में आने वाली विपत्तियों को दूर करने और मन, वचन, तथा कर्म से पवित्रता प्राप्त करने के लिए करते हैं।
- दुर्गा स्तुति नवरात्रि के दिनों में विशेष रूप से की जाती है, जब माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
- लेकिन इसे साल भर किसी भी समय श्रद्धा के साथ किया जा सकता है।
दुर्गा स्तुति | Durga Stuti
-मंत्र-
सर्व मंगल मांगल्ए शिवे सर्वार्थ साधिके,
शरण्ए त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
श्री दुर्गा स्तुति पाठ
जय जग जननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी मां
उमा रमा गौरी ब्रह्माणी
जय त्रिभुवन सुख कारिणी मां
हे महालक्ष्मी हे महामाया
तुम में सारा जगत समाया
तीन रूप तीनों गुण धारिणी
तीन काल त्रैलोक बिहारिणी
हरि हर ब्रह्मा इंद्रादिक के
सारे काज संवारिणी माँ
जय जग जननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी मां
शैल सुता मां ब्रह्मचारिणी
चंद्रघंटा कूष्मांडा माँ
स्कंदमाता कात्यायनी माता
शरण तुम्हारी सारा जहां।।
कालरात्रि महागौरी तुम हो
सकल रिद्धि सिद्धि धारिणी मां
जय जग जननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी माँ
अजा अनादि अनेका एका
आद्या जया त्रिनेत्रा विद्या
नाम रूप गुण कीर्ति अनंता
गावहिं सदा देव मुनि संता।
अपने साधक सेवक जन पर
सुख यश वैभव वारिणी मां
जय जगजननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी मां।।
दुर्गति नाशिनी दुर्मति हारिणी दुर्ग निवारण दुर्गा मां
भवभय हारिणी भवजल तारिणी सिंह विराजिनी दुर्गा मां
पाप ताप हर बंध छुड़ाकर जीवो की उद्धारिणी माँ
जय जग जननी आदि भवानी जय महिषासुर मारिणी माँ।
दुर्गा स्तुति के लाभ | Durga Stuti ke Labh
- दुर्गा स्तुति का नियमित जाप मन को शांति प्रदान करता है और मानसिक तनाव को दूर करता है। यह ध्यान केंद्रित करने और आत्म-संयम बढ़ाने में सहायक है।
- माँ दुर्गा को शक्ति और रक्षा की देवी माना जाता है। उनकी स्तुति करने से व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नज़र, और किसी भी प्रकार के भय से मुक्त होता है।
- दुर्गा स्तुति का पाठ जीवन में आने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करता है। माँ दुर्गा की कृपा से सभी बाधाएँ दूर होती हैं।
- माँ दुर्गा की कृपा से व्यक्ति को भौतिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। धन, स्वास्थ्य और पारिवारिक खुशियाँ बनी रहती हैं।