भाई दूज का त्योहार भाई और बहन के स्नेह का त्योहार है। यह पर्व हर साल नवंबर माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को पड़ता है। इस त्योहार को बहन अपने भाई के अच्छे स्वास्थ्य और सफलता के लिए करती है।
- यह त्योहार को यम द्वितीया, भाई टीका, भाई बीज, भाई फोंटा के नाम से भी जाना जाता है।
- इस त्योहार का यह नाम अलग-अलग संस्कृति और परंपरा के हिसाब से है।
- भाई दूज उत्तर भारत में बहुत ही उत्साह से मनाया जाता है।
- इस त्योहार के दिन बहन अपने भाई का तिलक करती है।
- इसके बाद भाई के हाथ पर कद्दू का फूल, पान का पत्ते रखकर मंत्र पढ़ती है।
- इसके बाद भाई के हाथ में कलावा बाधा जाता है।
- कलावा बाधने के बाद आरती उतारनी चाहिए।
- यह सब पूर्ण होने के बाद बदले में भाई अपने बहन को उपहार देता है ।
- इसके बाद अपने से बड़ों का सबका आशीर्वाद लेते है।
भाई दूज 2024 | Bhai Dooj 2024 Date
साल 2024 मे भाई दूज 3 नवंबर दिन रविवार को पड़ रहा है। पूजा का आरंभ मुख्य रूप से दोपहर 01:17 से 3:38 मिनट तक होगा। द्वितीय तिथि का आरंभ 2 नवंबर को 08:21 मिनट से होगा, और समाप्त 3 नवंबर को 10:21 मिनट पर होगा।
जानिए भाई दूज क्यों मनाते हैं?
एक बार यम अपने प्यारी बहन यमुना से मिलने गये। बहन ने अपने भाई का स्वागत बहुत ही प्यार से तिलक आरती और हाथ में कलावा बाध कर किया। यमुना के इस स्वागत से यम बहुत ही खुश हुए और उन्होंने कहा “जो भी बहन इस दिन पर अपने भाई का स्वागत तिलक तथा कलावा बाध के करेगी इस प्रकार से करेगी, उसके भाई की आयु दीर्घायु हो जाएगी।
भाई दूज संबंधित एक और कहानी है
मान्यता है की इस दिन भगवान श्री कृष्ण एक नरकासुर नाम के राक्षस का वध कर के अपनी बहन सुभद्रा से मिलने गये। सुभद्रा ने अपने भाई के आने की खबर सुन कर उनका स्वागत तिलक तथा कालवा बाध कर किया, तभी से भाई दूज का यह त्योहार हर साल मनाया जाने लगा।
जानिए: रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है?