हनुमान मंत्र भगवान हनुमान की स्तुति और आराधना का एक महत्वपूर्ण साधन है। हनुमान जी को उनकी शक्ति, भक्ति, और साहस के लिए पूजा जाता है।
उनके मंत्रों का जाप विशेष रूप से उन लोगों द्वारा किया जाता है जो अपने जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, क्योंकि हनुमान जी को सभी बाधाओं को दूर करने वाला देवता माना जाता है। हनुमान मंत्र का उच्चारण करने से मानसिक शांति, साहस, और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।
हनुमान जी के तीन मुख्य मंत्र | Hanuman Ji Ke Teen Mukhya Mantra
1. हनुमान मूल मंत्र
ॐ श्री हनुमते नमः॥
Om Shri Hanumate Namah॥
2. हनुमान गायत्री मंत्र
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।
तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥
Om Anjaneyaya Vidmahe Vayuputraya Dhimahi।
Tanno Hanumat Prachodayat॥
3. मनोजवं मारुततुल्यवेगं मंत्र
मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्।
वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥
Manojavam Marutatulyavegam Jitendriyam Buddhimatam Varishtham।
Vatatmajam Vanarayuthamukhyam Shriramadutam Sharanam Prapadye॥
मंत्र जाप के लाभ
- हनुमान मंत्र का नियमित जाप करने से जीवन में आने वाली हर तरह की नकारात्मकता और भय का नाश होता है, जिससे व्यक्ति का मनोबल बढ़ता है।
- इस मंत्र के माध्यम से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक शक्ति मिलती है, जिससे वह जीवन की चुनौतियों का सामना कर पाता है।
- हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है, और उनका मंत्र जाप करने से सभी तरह के संकटों और समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
- कार्यक्षेत्र में उन्नति और सफलता प्राप्त करने के लिए हनुमान मंत्र का जाप बहुत प्रभावशाली माना जाता है।
- हनुमान जी की कृपा से अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। उनका आशीर्वाद सभी प्रकार की बीमारियों और दुर्भाग्य से रक्षा करता है।